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माननीय इस्पात मंत्री, श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह, ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, नर्मदा दौरे पर सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया:

શ્રોત: ગ્રામિણ ટુડે ન્યુઝ, નર્મદા સર્જનકુમાર

माननीय इस्पात मंत्री, श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह,   भारत सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, नर्मदा दौरे पर सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया|

श्री रामचंद्र प्रसाद सिंह,  माननीय इस्पात मंत्री,  भारत सरकार ने अपने गुजरात दौरे के दौरान आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी,  नर्मदा पर जाकर सरदार पटेल को श्रद्धांजलि दी । इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए श्री सिंह ने  कहा, “सरदार पटेल ने स्वतंत्र भारत में राष्ट्रीय एकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाये | भारत के एकीकरण में उनके महान योगदान के लिए उन्हें भारत का ‘लौहपुरुष’ जाना जाता है। सरदार पटेल की महानतम देन थी, 562 छोटी-बड़ी रियासतों का भारतीय संघ में विलीनीकरण करके, भारतीय एकता का निर्माण करना । विश्व के इतिहास में एक भी व्यक्ति ऐसा न हुआ जिसने इतनी बड़ी संख्या में राज्यों का एकीकरण करने का साहस किया हो |  भारत के गृहमंत्री के रूप में वे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने भारतीय नागरिक सेवाओं (आई.सी.एस.) का भारतीयकरण कर इन्हें भारतीय प्रशासनिक सेवाएं (आई.ए.एस.) बनाया। अंग्रेजों की सेवा करने वालों में विश्वास भर कर उन्हें राजभक्ति से देशभक्ति की ओर मोड़ा । यदि सरदार पटेल कुछ वर्ष और जीवित रहते तो संभवत: नौकरशाही का पूर्ण कायाकल्प हो जाता । सरदार पटेल ने एक तीसरी अर्थव्‍यवस्‍था सहकारिता का मॉडल दिया । यह एक ऐसा मॉडल है जो समाजवाद और पूंजीवाद का विकल्‍प प्रदान करता है।

सरदार पटेल की जीवनगाथा हम सबके लिए और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रेरणादायक है । उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति, राष्ट्रप्रेम, दूरदर्शिता और राजनीतिक सूझबूझ उनके अनुकरणीय व्यक्तित्व की पहचान है । स्मारक की सार्थकता तब होगी, जब हम सरदार पटेल जैसे महानुभावों के पद चिन्हों पर चलने का प्रयास करेंगे और उनके सिद्धांतों और आदर्शों को आत्मसात कर अपनी जीवनशैली में परिवर्तन लाएंगे।“ माननीय मंत्री जी ने इस बात पर प्रसन्नता और गर्व व्यक्त किया कि लौह एवं इस्पात उद्योग ने लौह पुरुष के स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण में अपना योगदान दिया |

देश की प्रमुख इस्पात निर्माता कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) ने दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा “स्टैचु ऑफ यूनिटी” के निर्माण के लगभग 50% स्टील की आपूर्ति की है। सेल ने देश के लौह पुरुष की याद में बनने वाली इस प्रतिमा के लिए लगभग 24000 मीट्रिक टन की कुल स्टील ज़रूरत की लगभग 12000 मीट्रिक टन स्टील की आपूर्ति की है। इस प्रतिमा को सुदृढ़ बनाने और मजबूती प्रदान करने के लिए सेल के रीइन्फॉर्सड (सुदृढ़) स्टील जैसे टीएमटी इत्यादि के साथ-साथ सेल के स्मार्ट स्ट्रक्चरल और प्लेट का भी इस्तेमाल किया गया है।

“स्टैचु ऑफ यूनिटी” सरदार सरोवर बांध के पास बनाया गया है। इस बांध का लोकार्पण प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इस बांध के निर्माण के लिए सेल ने कुल इस्तेमाल किए गए स्टील की लगभग 85% (करीब 85,000 मीट्रिक टन) आपूर्ति की थी। यह स्थान भारतीय राज्य गुजरात के भरुच के निकट नर्मदा जिले में स्थित है। “स्टैचु ऑफ यूनिटी” की आधारशिला 31 अक्तूबर, 2013 को लौह पुरुष सरदार पटेल की 138वीं वर्षगांठ के मौके पर रखी गई थी।

केवड़िया – गुजरात का एक अनूठा और सबसे तेजी से विकसित हो रहा पर्यटन स्थल है। भारत के लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा, जिसे स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में जाना जाता है, सतपुड़ा और विंध्याचल पर्वत श्रृंखलाओं के बीच नर्मदा जिले के केवड़िया में ही स्थित है। यह प्रतिमा देश को एक राष्ट्र के रुप में संगठित करने के सरदार पटेल के योगदान के लिए देशवासियों की ओर से उन्हें दिए गए सम्मान का प्रतीक है। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के सामने नर्मदा नदी और विशाल सरदार सरोवर बांध का दृश्य है। यह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अहमदाबाद से स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के लिए सीप्लेन सेवा भी उपलब्ध है। केवड़िया को हर आयु वर्ग के लोगों के लिए एक रुचिकर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है। डाइनो ट्रेल, जंगल सफारी, फूलों की घाटी, बटरफ्लाई गार्डन, विश्व वन, कैक्टस गार्डन, एकता नर्सरी और साइकिल ट्रैक आदि जैसे विभिन्न थीम पार्कों में आरामदायक सुविधाएं और साहसिक यात्राएं इस जगह को और अधिक दिलचस्प बनाती हैं।

गुजरात दौरे पर श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह,  माननीय इस्पात मंत्री,  कल केवडिया,  में संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में भाग लेंगे | माननीय मंत्री जी ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के अवसर पर एक कार्यक्रम में शामिल होंगे और माननीय राज्यपाल से मुलाकात करेंगे | मंगलवार को श्री सिंह माननीय मुख्यमंत्री से भेंट करेंगे और साबरमती आश्रम और दांडी संग्रहालय जायेंगे | इन बैठकों के दौरान श्री सिंह राज्य सरकार से इस्पात उद्योग द्वारा राज्य की प्रगति में योगदान पर चर्चा करेंगे |

 

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