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कोरोना महामारिमें अमेरिका में गृह युद्ध जैसी हालात हो गए हैं?

अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद भड़की हिंसा की आग़: ज्वाला व्हाइट हाउस तक पहुंच चुकी है.

श्रोत: ग्रामीण टुडे वेंब टीम          कोरोना माहामारी के बिच  “श्वेत अश्वेत” की आग़ भडकी  अमेरिकामें 

 रविवार को पत्थरबाजी और आगजनी  के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सुरक्षित बंकर में ले जाया गया है. वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी समेत अमेरिका के चालीस शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. यह विरोध अमेरिकामें ही  नहीं पुरे विश्वमे फेल्नेकी आशंका? 

दरअसल, अमेरिका के मिनेपॉलिस में एक अश्वेत व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई थी. २० डॉलर की नकली नॉट का आरोपी व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिश कस्टडी में अमानवीयता के कारण मोंत पुलिश की बर्बरता का  वीडयो हुवा वाइरल; पुलिस ने जब इस अश्वेत व्यक्ति को पकड़ा था तब पुलिसने जॉर्ज के  गरदन  को पैर से  दबाकर ८ मिनिट तक रखा और आखिरकार जॉर्जने दम तोड़  दिया: यह  वीडियो इतना  वायरल हुवा की   मौत के बाद मिनेपॉलिस हिंसा भड़क गई जो कि अमेरिका के कई राज्यों में फैल गई.

अभी तक पूरे अमेरिका 1400 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है. अमेरिका के मिनीपोलिस में उस श्वेत पुलिस अधिकारी को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसपर थर्ड डिग्री हत्या और मानव वध का आरोप लगाया गया,

क्या है पूरा मामला?
मिनेपॉलिस में 26 मई को जॉर्ज फ्लॉयड नाम के शख्स को पुलिस ने नकली नोट, दोखागड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था. एक पुलिस अफसर ने सड़क पर अपने घुटने से फ्लॉयड की गर्दन को करीब आठ मिनट तक दबाए रखा. धीरे-धीरे फ्लॉयड की हरकत बंद हो जाती है. इस घटना वीडियो वायरल हो गया. वीडियो में 40 साल का जॉर्ज लगातार पुलिस अफसर से घुटना हटाने कई बार  गुहार लगाता रहा. इस दौरान आस-पास काफी भीड़ जमा होती है. उसे अस्पताल ले जाया जाता है, जहां उसे मृत घोषित किया जाता है. यह  ह्यूमन राइट हनन घटना से अमेरिका की हो रही हे पुरे विश्वमे चर्चा : खराब हो रही हे अमेरिका पुलिस की छबी.

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6 Comments

  1. ભારતમાં જ નહીં અમેરિકા પણ લડી રહયું છે જાતીવાદ,રંગભેદ ની લડાઈ

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