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नीति आयोग और यूएसएआईडी ने भारत में स्वास्थ्य नवाचार और उद्यमिता में तेजी लाने के लिए समझौता किया:

श्रोत: ग्रामीण टुडे न्यूज़, pib प्रेसनोट

अटल इनोवेशन मिशन और समृद्ध हेल्थकेयर ब्लेंडेड फाइनेंस फैसिलिटी ने संयुक्त भागीदारी और प्रस्तावों को आमंत्रित करने की घोषणा की:

नई दिल्ली:     अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम), नीति आयोग, और अमेरिकी एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएड) ने स्वास्थ्य देखभाल के अभिनव वितरण के लिए बाजारों और संसाधनों तक सतत पहुंच (समृद्ध) पहल के अंतर्गत एक नई साझेदारी की घोषणा की, जो दूसरी श्रेणी और तीसरी श्रेणी के शहरों और ग्रामीण तथा जनजातीय क्षेत्रों में नाज़ुक आबादी के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच में सुधार करेगी। 2020 में, यूएसएआईडी, आईपीई ग्लोबल और भारत सरकार के अकादमिक और निजी क्षेत्र के हितधारकों ने बाजार-आधारित स्वास्थ्य समाधानों को तैयार करने और उनमें तेजी से वृद्धि करने के लिए सार्वजनिक और परोपकारी कोषों को वाणिज्यिक पूंजी के साथ संयोजित करने के लिए अभिनव समृद्ध मिश्रित वित्तीय सुविधा विकसित की।

आज घोषित की गई यह नई साझेदारी, नाज़ुक आबादी तक पहुंचने के लिए समृद्ध के प्रयासों को बढ़ाएगी, नवाचार और उद्यमिता में अटल इनोवेशन मिशन की विशेषज्ञता का लाभ उठाएगी। अटल इनोवेशन मिशन और समृद्ध छोटे और मध्यम स्वास्थ्य उद्यमों में व्यावसायिक निवेश के लिए बाधाओं को दूर करने के लिए परोपकारी पूंजी, और सार्वजनिक क्षेत्र के संसाधनों का लाभ उठाएंगे और स्वास्थ्य सेवा समाधानों में निवेश करेंगे। यह समझौता कोविड-19 की वर्तमान में जारी तीसरी लहर के लिए एक प्रभावी सहायता उपलब्ध कराने और भविष्य में संक्रामक रोग के प्रकोप और स्वास्थ्य आपात स्थिति के लिए स्वास्थ्य प्रणाली की तैयारी का निर्माण करने के लिए सामान्य लक्ष्य के साथ स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य में नवाचारों पर ध्यान केंद्रित करेगा।

कार्यक्रम के वर्चुअल शुभारंभ के दौरान बोलते हुए,  नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने कहा कि मिश्रित वित्तपोषण में विकास वित्त को फिर से परिभाषित करने की क्षमता है, जो साझेदारी को सक्षम करके वित्तीय और सामाजिक दोनों प्रकार के रिटर्न देने वाले व्यवसायों को बढ़ाने के लिए सस्ती पूंजी के अधिक पूल की उपलब्धता सुनिश्चित करता है।

उन्होंने कहा, “महामारी से उत्पन्न व्यवधानों और इसके निरंतर खतरे को देखते हुए,  स्वास्थ्य सेवा से अधिक महत्वपूर्ण कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें सुधार की त्वरित गति और बढ़े हुए निवेश की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी के पास सस्ती और गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित हो, मिश्रित वित्त जैसे अभिनव वित्तपोषण अवसरों का उपयोग करके स्वास्थ्य देखभाल नवाचार और उद्यमिता को प्रेरित करने का एक अनूठा अवसर है, जो वाणिज्यिक निवेश के जोखिम को कम करने के लिए परोपकारी वित्त पोषण का लाभ उठाता है। यह दृष्टिकोण स्वास्थ्य क्षेत्र में मौजूदा वित्तीय अंतर को भरने के लिए बढ़े हुए निजी पूंजी प्रवाह को सक्षम बनाता है और स्वास्थ्य प्रणालियों में नवाचार अपनाने के लिए एक सक्षम ईकोसिस्टम का निर्माण करता है।

प्रस्तावों के लिए आमंत्रण पर ध्यान देने पर प्रकाश डालते हुए, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के प्रबंध निदेशक, डॉ. चिंतन वैष्णव ने कहा, “अटल इनोवेशन मिशन और समृद्ध स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के समाधान सहित कई विषयों पर नवोन्मेषकों और उद्यमियों से नैदानिक ​​उत्पादों और सेवाओं में सुधार, स्वास्थ्य कर्मियों की क्षमता का निर्माण और संचार तथा व्यवहार परिवर्तन के लिए रणनीति पर समाधान की तलाश करेंगे। विशेष रूप से, मानसिक स्वास्थ्य समाधानों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा, जिसमें स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं और कोविड-19 महामारी के प्रतिकूल प्रभावों से उबरने वाले रोगियों के समर्थन पर जोर दिया जाएगा।”

साझेदारी पर विचार व्यक्त करते हुए, यूएसएआईडी/भारत की मिशन निदेशक वीना रेड्डी ने कहा, “यूएसएआईडी इस नई साझेदारी में समृद्ध की सफलता का उत्सव मनाता है जो स्थायी व्यावसायिक समाधान और नवाचारों के साथ भारत की स्वास्थ्य प्रणालियों को मजबूत करेगा। यह सहयोग अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग और यूएसएआईडी की साझा प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएगा ताकि भारत की सबसे नाज़ुक आबादी के लिए स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में अधिक निवेश प्राप्त करने के लिए अभिनव वित्तपोषण समाधानों का लाभ उठाया जा सके।”

भारत में स्वास्थ्य प्रणालियों में सुधार के नए उपायों पर प्रकाश डालते हुए, आईपीई ग्लोबल के प्रबंध निदेशक, अश्वजीत सिंह ने कहा, “कोविड -19 से उत्पन्न व्यवधानों ने स्वास्थ्य प्रणालियों में अंतराल को बढ़ा दिया है, लेकिन भारत के स्वास्थ्य सुधारों में तेजी लाने के अवसरों को भी सामने लाया है। यूएसएआईडी समर्थित समृद्ध पहल उद्यमों को वित्तीय और तकनीकी दोनों प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाती है जो जटिल स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान करने के लिए अद्वितीय प्रस्तावों को सूची में शामिल करता है। अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग के साथ साझेदारी स्थायी स्वास्थ्य मॉडल की प्रगति के लिए प्रयासों को बढ़ावा देगी और स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च की गुणवत्ता में सुधार के लिए नवीन वित्तपोषण तंत्र का प्रदर्शन करेगी।”

वक्ताओं की प्रारंभिक टिप्पणियों के बाद, एक सूचनात्मक और सम्मोहक श्वेत पत्र, जिसका शीर्षक था, ‘ब्लेंडेड फाइनेंस के माध्यम से भारत में हेल्थकेयर को फिर से तैयार करना’ जारी किया गया। श्वेत पत्र मिश्रित वित्त और भारत में स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका का एक सिंहावलोकन है, जबकि मिश्रित वित्त दृष्टिकोणों को कैसे लागू किया जाए, और बड़े पैमाने पर मिश्रित वित्तपोषण प्राप्त करने के लिए वर्तमान चुनौतियों की जांच करते हुए विषय का अध्ययन करता है। यह आयोजन भारत में उच्च प्रभाव वाले स्वास्थ्य नवाचारों पर काम कर रहे नवोन्मेषकों और उद्यमियों, विशेष रूप से महिलाओं के नेतृत्व वाले उद्यमों के प्रस्तावों के आह्वान के साथ जारी रहा, और भारतीय स्वास्थ्य ईकोसिस्टम में मिश्रित वित्तपोषण बाजार समाधान और नवाचारों को स्केल करने की आवश्यकता पर एक पैनल चर्चा के साथ संपन्न हुआ।

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